Bharat Ratna: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व ओडिशा मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को भारत रत्न देने की मांग
Bharat Ratna: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व ओडिशा मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को भारत रत्न देने की मांग उठी है। यह मांग भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता और बेगूसराय सीट से सांसद गिरिराज सिंह ने उठाई है। गिरिराज सिंह ने एक बड़ा बयान देते हुए कहा कि नीतीश कुमार और नवीन पटनायक को भारत रत्न मिलना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में एनडीए सरकार के गठन की संभावना पर भी चर्चा की और कहा कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में फिर से एनडीए सरकार बनेगी।
गिरिराज सिंह का बयान
गिरिराज सिंह ने अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के मौके पर कहा कि आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में एनडीए सरकार का गठन नीतीश कुमार के नेतृत्व में होगा। उन्होंने कहा, “कोई भी भ्रमित नहीं हो, लालू जी चाहे जितना भी प्रयास कर लें, बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही होंगे और बिहार में एनडीए की सरकार बनेगी। नीतीश कुमार इतने समय से मुख्यमंत्री हैं। आज के युवा, जिन्होंने तीस साल की उम्र पार कर ली है, उन्होंने लालू यादव के जंगलराज को देखा नहीं है।” गिरिराज सिंह के इस बयान से यह स्पष्ट होता है कि बीजेपी आगामी चुनाव में भी नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए गठबंधन को आगे बढ़ाने की इच्छा रखती है।
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 और एनडीए का नेतृत्व
गिरिराज सिंह के बयान के बाद, नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) ने भी यह स्पष्ट किया कि आगामी बिहार विधानसभा चुनाव एनडीए के तहत नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा। जदयू के सांसद राजीव रंजन सिंह और पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा ने कहा कि उनकी पार्टी एनडीए के साथ मजबूती से खड़ी है और आगामी चुनावों में भी पार्टी का समर्थन एनडीए को मिलेगा। इस बयान से यह सिद्ध होता है कि जदयू और बीजेपी के बीच चुनावी सहयोग मजबूत रहेगा और चुनावी रणनीति में कोई बदलाव नहीं होगा।
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि एनडीए 2025 में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में लड़ेगा। उन्होंने कहा कि एनडीए की ओर से चुनाव प्रचार और अभियान दोनों नेताओं के नेतृत्व में ही होगा, जिससे गठबंधन को मजबूती मिलेगी। सम्राट चौधरी का यह बयान भी इस बात को सिद्ध करता है कि बिहार में गठबंधन की रणनीति नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में साकार होगी।
नीतीश कुमार का राजनीति में योगदान
नीतीश कुमार का बिहार की राजनीति में एक अहम स्थान है। उन्होंने राज्य में लंबे समय तक मुख्यमंत्री के रूप में अपनी भूमिका निभाई है और राज्य की राजनीतिक स्थिरता और विकास के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उनका नेतृत्व बिहार में समाज के विभिन्न वर्गों के बीच एकता बनाए रखने में सफल रहा है। नीतीश कुमार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में भी कई सुधार किए हैं, जो उनकी सरकार की उपलब्धियां मानी जाती हैं।
नीतीश कुमार ने बिहार में शराबबंदी जैसे कदम उठाए, जिससे समाज के एक बड़े वर्ग को लाभ हुआ और राज्य में शराब के कारण होने वाली समस्याओं में कमी आई। इसके अलावा, उनके नेतृत्व में बिहार में महिला सशक्तिकरण की दिशा में भी कई कदम उठाए गए। उन्होंने राज्य में महिलाओं के लिए योजनाओं की शुरुआत की, जिससे महिला अधिकारों और सुरक्षा को बढ़ावा मिला।
नवीन पटनायक का योगदान
वहीं, ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक भी राज्य की राजनीति में एक महत्वपूर्ण शख्सियत रहे हैं। उन्होंने अपनी पार्टी बीजू जनता दल (BJD) के नेतृत्व में ओडिशा राज्य की राजनीति में लंबे समय तक प्रभाव डाला है। नवीन पटनायक के नेतृत्व में ओडिशा में कई महत्वपूर्ण योजनाओं का क्रियान्वयन किया गया है, जैसे कि गरीबों के लिए रियायती खाद्य योजना, जलवायु परिवर्तन से निपटने के उपाय और राज्य के बुनियादी ढांचे में सुधार। उनका योगदान ओडिशा के विकास में अभूतपूर्व रहा है, और उनके कार्यों ने राज्य की राजनीतिक स्थिरता को बढ़ावा दिया है।
नवीन पटनायक का हमेशा से यह मानना रहा है कि उनकी राजनीति केवल विकास और जन कल्याण के लिए है। उन्होंने हमेशा अपनी राजनीति में एक सकारात्मक दृष्टिकोण अपनाया और अपने राज्य की जनता के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की। उनकी राजनीतिक सोच और नीतियां ओडिशा में एक नई दिशा की ओर बढ़ी हैं, जिससे उनकी लोकप्रियता और राजनीतिक कद और भी बढ़ा है।
भारत रत्न की मांग
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व ओडिशा मुख्यमंत्री नवीन पटनायक को भारत रत्न देने की मांग करने वाले गिरिराज सिंह का मानना है कि दोनों नेताओं ने अपने-अपने राज्यों में महत्वपूर्ण कार्य किए हैं, जिससे उनके राज्यों में विकास की रफ्तार तेज हुई है और सामाजिक और राजनीतिक स्थिरता बनी रही है। गिरिराज सिंह का यह कहना है कि ये दोनों नेता देश के समग्र विकास में अपना योगदान दे चुके हैं, और उन्हें इस सम्मान से नवाजा जाना चाहिए।
बिहार और ओडिशा दोनों ही राज्य भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण स्थान रखते हैं। नीतीश कुमार और नवीन पटनायक के योगदान को देखते हुए, यह मांग स्वाभाविक है कि उन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया जाए। इन दोनों नेताओं ने अपने-अपने राज्यों में विकास, समाजिक स्थिरता और राजनीति के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए हैं, जो देश के लिए प्रेरणा का स्रोत बने हैं। चाहे बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की बात हो या ओडिशा की राजनीतिक स्थिति, इन दोनों नेताओं का योगदान अनमोल रहेगा।
भारत रत्न जैसे सम्मान से इन नेताओं का सम्मान भारत की राजनीति में उनकी भूमिका को और भी मजबूत करेगा। इनकी कार्यशैली और राजनीति के प्रति समर्पण को देखकर यह कहा जा सकता है कि इनका नाम भारतीय राजनीति के इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा।